Pyari dosti in hindi line

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किसी न किसी पे किसी को ऐतबार हो जाता है ,

अजनबी कोई शख्स यार हो जाता है ,

खूबियों से नहीं होती मोहब्बत सदा ,

खामियों से भी अक्सर प्यार हो जाता है .


किन लफ़्ज़ों में इतनी कड़वी कसैली बात लिखूं ,

मैं सच लिखूं के अपने हालत लिखूं ,

कैसे लिखूं मैं चांदनी रातें ,

जब गरम हो रेत तो कैसे मैं बरसात लिखूं .


सभी नग्मे साज़ में गाये नहीं जाते ,

सभी लोग महफ़िल में बुलाये नहीं जाते ,

कुछ पास रह कर भी याद नहीं आते ,

कुछ दूर रह कर भी भूलाये नहीं जाते!


              Creat by:- Balkishor bhagat(monu)

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